झामुमो की भ्रष्ट सरकार को अगले चुनाव में उखाड़ फेंकेंगे : शिवराज सिंह चौहान
Updated: Jun 23, 2024, 18:29 IST
झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। केंद्रीय मंत्री और झारखंड में भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने आज झामुमो नीट गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अगली बार राज्य से भ्रष्ट झामुमो को उखाड़कर सत्ता में आएगी।
केंद्रीय मंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा झारखंड में भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हैं। वे झारखंड में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। इसके लिए रविवार को शिवराज सिंह चौहान ने रांची में पार्टी नेताओं, विधायकों, सांसदों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उन्होंने पार्टी की 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत आईसीएआर, नामकुम परिसर और रांची के हटिया इलाके में लीची बागान में पौधे लगाए। चौहान ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर्यावरण को लेकर चिंतित हैं। आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को सुरक्षित बनाने के लिए यह पहल शुरू की गई है।"
इसके बाद उन्होंने बैठक में सम्मिलित कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में बात की। बैठक में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में झारखंड में भाजपा का प्रदर्शन संतोषजनक था। उन्होंने 8 सीट जीतीं, वहीं सहयोगी आजसू पार्टी ने एक सीट जीती।
उन्होंने कहा, “संसदीय चुनावों में हमें 81 विधानसभा सीटों में से 52 पर बढ़त मिली थी। राज्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरा कार्यकाल दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैं इस उपलब्धि के लिए पार्टी नेतृत्व, बूथ कार्यकर्ताओं और झारखंड की जनता को बधाई देता हूं।”उन्होंने कहा कि पार्टी बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में काम करेगी और आगामी विधानसभा चुनावों में झारखंड में अगली सरकार बनाएगी।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार "भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार" है। उन्होंने कहा, "राज्य में हर तरफ लूट मची हुई है। चाहे वह रेत हो, कोयला हो, खदानें हों या खनिज। मुख्यमंत्री जेल में हैं, कई नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया जा रहा है।" उन्होंने कहा कि "झारखंड को कुशासन से मुक्त करना और राज्य को 'विकसित' झारखंड बनाने के लिए भाजपा के सुशासन को फिर से स्थापित करना आवश्यक हो गया है।"