बंजारा समुदाय के उत्थान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अपील, समान अधिकार और आरक्षण नीति की मांग

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देशभर के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया है कि वे बंजारा समुदाय के कल्याण पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि इस समुदाय ने भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बिरला ने समुदाय की चुनौतियों को समझने और उनके लिए व्यापक कल्याणकारी योजनाएँ लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
संत सेवालाल महाराज की जयंती पर उठी बंजारा समुदाय की आवाज
ओम बिरला ने यह बातें 28 फरवरी को डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में संत सेवालाल महाराज की 286वीं जयंती और रूप सिंह महाराज की 518वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। इस आयोजन का संचालन सेवालाल महाराज चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के सहयोग से किया गया था। बिरला ने कहा कि बंजारा समुदाय पूरे भारत में फैला हुआ है, लेकिन उनकी भाषा, परंपराएँ और जीवनशैली एक जैसी हैं। बावजूद इसके, उन्हें अलग-अलग राज्यों में SC, ST और OBC के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिससे वे अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने इस वर्गीकरण को समाप्त कर बंजारा समुदाय को समान अधिकार देने के लिए विशेष रिपोर्ट तैयार करने की अपील की।

युवा नेतृत्व को आगे लाने की सलाह
ओम बिरला ने याद किया कि उन्हें राजस्थान के कोटा लोकसभा क्षेत्र में बंजारा समुदाय का समर्थन मिला था, जिसके कारण वे चुनाव जीत सके। उन्होंने समुदाय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बंजारा युवाओं को नेतृत्व की भूमिका निभाने और देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण से समुदाय के लोगों का रोजगार के लिए पलायन रोका जा सकता है।
बंजारा कला रत्न पुरस्कार से सम्मानित हुईं अमृता फडणवीस
इस आयोजन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस को बंजारा कला रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान बंजारा संगीत को बढ़ावा देने और उसे लोकप्रिय बनाने के प्रयासों के लिए दिया गया।
दिल्ली में बंजारा सांस्कृतिक केंद्र की मांग
अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के अध्यक्ष उमेश जाधव ने दिल्ली में बंजारा समुदाय के लिए 3-4 एकड़ भूमि आवंटित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि जमीन उपलब्ध कराई जाती है, तो समुदाय के सहयोग से बंजारा भवन का निर्माण किया जाएगा।
बंजारा भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की अपील
संघ के अध्यक्ष शंकर पवार ने बताया कि भारत में लगभग 14 करोड़ बंजारा समुदाय के लोग हैं। उन्होंने बंजारा भाषा को संवैधानिक मान्यता देने और दिल्ली में बंजारा भवन के लिए भूमि आवंटित करने की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने सरकार से वरिष्ठ बंजारा नेता डॉ. उमेश जाधव को विशेष दर्जा देने की अपील की, जिससे समुदाय को और अधिक सशक्त किया जा सके।
"एक राष्ट्र, एक आरक्षण" नीति अपनाने की अपील
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री संजय राठौड़ ने कहा कि बंजारा समुदाय को पूरे देश में समान अधिकार और आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में उन्हें OBC, कर्नाटक में SC और अन्य राज्यों में अलग-अलग श्रेणियों में रखा गया है, जिससे वे समान लाभ से वंचित रहते हैं। उन्होंने "एक राष्ट्र, एक वर्ग, एक आरक्षण" नीति लागू करने की अपील की।
बंजारा संस्कृति की भव्य प्रस्तुति
इस आयोजन में देशभर से आए बंजारा समुदाय के लोक कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक धरोहर का शानदार प्रदर्शन किया। प्रमुख कलाकारों में सावित्रीबाई लामाणी (गदग, कर्नाटक), नेमी राज नायक, ललिता जाधव (बसवकल्याण), महांतेश लामाणी, लंगी ग्रुप (गदग), भरत नायक एवं टीम (कलबुर्गी) शामिल थे।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस विशेष कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, अमृता फडणवीस, पूर्व मंत्री शशिकला जोले, विधायक डॉ. अविनाश जाधव, कर्नाटक भाजपा महासचिव पी. राजीव, पूर्व सांसद सीताराम नायक, रवींद्र नायक सहित कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
यह आयोजन बंजारा समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करने और उनके अधिकारों, पहचान और विकास को लेकर एकजुटता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच बना।