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पुरी : रथ यात्रा के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम, पहली बार तैनात होंगे एनएसजी कमांडो और आईबीयूएस यूनिट

पुरी में होने वाली भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा को लेकर इस बार सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को पहले से कहीं अधिक मजबूत बनाया गया है, जिसमें केंद्र की ओर से अतिरिक्त बलों की तैनाती के साथ-साथ अत्याधुनिक तकनीक और विशेष बलों की भी सहभागिता होगी।

इस वर्ष रथ यात्रा के दौरान इमीडिएट बैकअप सिक्योरिटी (आईबीयूएस) यूनिट को तैनात किया जाएगा, जो आसमान से शहर की निगरानी करेगी। इस यूनिट का काम किसी भी ड्रोन या संदिग्ध उड़ने वाली वस्तु की पहचान कर उन्हें निष्क्रिय करना होगा। यह यूनिट विशेष रूप से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई है और इसकी तैनाती बड़े आयोजनों जैसे G-20 सम्मेलन में हो चुकी है।

आईबीयूएस यूनिट न सिर्फ आसमान से, बल्कि जमीन पर भी सतर्कता बरतेगी। यह यूनिट बम निरोधक दस्ते की तरह कार्य करेगी और किसी भी संदिग्ध हरकत या खतरे की स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दे सकेगी। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में इसकी विशेष तैनाती की जाएगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

एनएसजी कमांडो की पहली तैनाती
रथ यात्रा के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो को तैनात किया जा रहा है। यह ऑपरेशनल यूनिट संभावित आतंकी गतिविधियों और संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखेगी। कमांडो बल की तैनाती, अलर्ट प्लान और मूवमेंट को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

इस बार रथ यात्रा में कुल 8 केंद्रीय सुरक्षा बलों की कंपनियां तैनात की गई हैं। इनमें तीन कंपनियां सीआरपीएफ, तीन रैपिड एक्शन फोर्स और दो बीएसएफ की कंपनियां शामिल हैं। पिछली बार की तुलना में इस बार सुरक्षा बलों की संख्या में स्पष्ट रूप से इजाफा हुआ है।

डॉग स्क्वायड की पैनी नजर
दिल्ली से विशेष डॉग स्क्वायड की टीम पुरी पहुंचेगी, जो गलियों, सड़कों और भीड़भाड़ वाले इलाकों की निगरानी करेगी। यह टीम विस्फोटक, संदिग्ध वस्तुओं और गतिविधियों की पहचान में मदद करेगी। हर क्षेत्र की बारीकी से जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

ओडिशा के पुलिस महानिदेशक ओबैबी खुरानिया ने जानकारी दी कि मंदिर और शहर की सुरक्षा के लिए न सिर्फ राज्य पुलिस बल्कि बाहर से भी विशेष यूनिट्स बुलाई गई हैं। समुद्र तटीय क्षेत्रों की निगरानी के लिए कोस्ट गार्ड भी अलर्ट पर रहेगा। साथ ही, ड्रोन और एंटी-ड्रोन सिस्टम की तैनाती की जा चुकी है।

इस बार पहली बार पुरी के सभी पुलिस थानों को एकीकृत नियंत्रण कक्ष (इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम) से जोड़ा जाएगा, जहां से पूरे शहर की निगरानी की जा सकेगी। यह कंट्रोल रूम हर गतिविधि पर नजर रखेगा और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।